सदर अस्पताल में इलाज के अभाव में महिला की मौत

बंशीधर न्यूज
गढ़वा : जिले के सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था और डॉक्टरों की गैरहाजिरी एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। बुधवार को इलाज के अभाव में 25 वर्षीय ललिता देवी की मौत हो गई। मृतका धुरकी थाना क्षेत्र के धुरकी गांव निवासी राजू कोरवा की पत्नी थीं। ललिता की मौत ने न केवल अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये हैं, बल्कि अस्पताल परिसर में सक्रिय दलालों की भूमिका पर भी गंभीर आरोप लगाये हैं।
परिजनों के अनुसार ललिता देवी का 20 दिन पहले धुरकी अस्पताल में सामान्य प्रसव हुआ था। इसके बाद उसकी तबीयत लगातार खराब होती गई। मंगलवार की शाम हालत बिगड़ने पर परिजन बुधवार सुबह उसे लेकर गढ़वा सदर अस्पताल पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में पहुंचने के बाद ललिता को एक वार्ड से दूसरे वार्ड दौड़ाया गया। इसी बीच एक दलाल सक्रिय हो गया, जिसने परिजनों को यह कहकर अल्ट्रासाउंड कराने भेज दिया कि डॉक्टर बाद में मना कर देंगे और तब तक चले जाएंगे।
गंभीर हालत में अल्ट्रासाउंड कराने ले जाने के दौरान महिला की स्थिति और बिगड़ गई। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण ललिता देवी ने दम तोड़ दिया। मृतका की चाची शिवकुमारी देवी ने कहा कि हम सुबह 9 बजे आये थे, लेकिन किसी डॉक्टर ने सही से देखा ही नहीं। बस इधर-उधर दौड़ाते रहे।
परिजनों और स्थानीय लोगों का कहना है कि सदर अस्पताल में दलालों की सक्रियता और कर्मचारियों की लापरवाही आम हो गई है। इस मामले में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ हरेन चंद्र महतो ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है और जांच कराई जा रही है। दोषी पाये जाने पर कार्रवाई की जायेगी।