गायत्री परिवार के सदस्यों की बैठक में गांव-गांव में ज्योति कलश रथयात्रा निकालने का निर्णय

बंशीधर न्यूज
श्री बंशीधर नगर : सेंट्रल बैंक पाल्हे कला के बगल में स्थित गायत्री शक्तिपीठ परिसर में शुक्रवार को अखिल विश्व गायत्री परिवार के सक्रिय परिजनों की एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में शांतिकुंज हरिद्वार से आये झारखंड प्रभारी प्रसेन सिंह मुख्य रूप से शामिल हुये। इस दौरान सभी कार्यकर्ताओं और परिजनों को संगठन की एकता एवं अखंडता के लिये संकल्प दिलाया गया।
शांतिकुंज हरिद्वार से आये झारखंड प्रभारी प्रसेन सिंह ने बताया कि परम पूज्य गुरुदेव वेद मूर्ति, तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने 1926 ई में अखंड ज्योति जलाई थी और जिस ज्योति की साक्षी में गुरुदेव ने गायत्री की सिद्धि प्राप्त कर युग निर्माण की शंख बजाई थी, उसकी शताब्दी वर्ष 2026 में है। साथ वंदनीय माताजी का जन्म शताब्दी वर्ष भी है।
इस अवसर पर ज्योति कलश रथ यात्रा निकालकर पूरे भारतवर्ष के हर शहर, गांव, मोहल्ला तक पहुंचाना एक लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि युग परिवर्तन अवस्यंभावी है, जो सद्बुद्धि एवं सत्कर्म (गायत्री और यज्ञ) के माध्यम से ही सुनिश्चित है। साथ ही जन-जन तक गायत्री और यज्ञ (सद्बुद्धि एवं सत्कर्म) के राह पर मानव जाति को जोड़ना है। उन्होंने बताया कि ज्योति कलश यात्रा का उद्देश्य उज्जवल भविष्य के सुनिश्चित संभावनाओं के मध्य युग परिवर्तन की इस बेला में हो रहे वैश्विक परिवर्तनों के बीच लोगों के घरों से लेकर मन तक फैले अंधकार को परास्त करने के लिये अनेक ज्योतियों का एक साथ जलना अनिवार्य हो गया है।
जिला समन्वयक विनोद पाठक ने कहा कि आज युग बदल रहा है कि कसौटी पर हम सभी खरे उतरे। क्योंकि ऐसा अवसर जीवन में कभी नहीं आने वाला है। उन्होंने कहा कि गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने मनुष्य में देवत्व का उदय, धरती पर स्वर्ग का अवतरण के लिये देश के विभिन्न भागों में शक्तिपीठ व प्रज्ञा पीठ की स्थापना की है। इनमें श्री बंशीधर नगर शक्तिपीठ भी एक है।
श्री पाठक ने कहा कि नियमित साधना से आत्म शक्ति का जागरण होता है। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ साहित्य के स्वाध्याय से वैचारिक शक्ति बढ़ती है। नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा से जन जागृति फैलती है। उन्होंने कहा कि शांतिकुंज हरिद्वार से आने वाले ज्योति कलश यात्रा को हर गांव घर तक पहुंचाना है। जहां हम नहीं पहुंच पाये वहां ज्योति कलश पहुंचेगा। यात्रा के माध्यम से जन जन तक गुरुसत्ता के विचारों को पहुंचा सकते हैं। यह बड़ी योजना है इसलिये बड़ा सोचना होगा।
लक्ष्य तय कर योजना बनाना है और उसे क्रियान्वयन करना है। योजनाबद्ध तरीके से काम करेंगे तो अवश्य सफल होंगे। गोष्ठी में प्रखंड समन्वयक अजीत कुमार चौबे, रामप्रसाद कमलापुरी, जोखू प्रसाद, अनिल लाल अग्रवाल, ललसु राम, सुरेश विश्वकर्मा, सुभाष प्रसाद यादव, सुजीत लाल अग्रवाल, पंकज कुमार, उपेंद्र प्रसाद गुप्ता, मंदीप कमलापुरी, आनंद कुमार, अखौरी प्रसाद ज्योतिम, युवा प्रतिनिधि शुभम जायसवाल, अभिषेक कुमार, उपेंद्र मेहता, शिवकुमार मेहता सहित कई लोग उपस्थित थे।