मां शायर देवी धाम महोत्सव : "राजा परीक्षित उर्फ कलयुग का अत्याचार" का रोचक हुआ मंचन

मां शायर देवी धाम महोत्सव : "राजा परीक्षित उर्फ कलयुग का अत्याचार" का रोचक हुआ मंचन

भगवान श्री कृष्णा के बैकुंठ चले जाने के बाद कलयुग का हुआ शुरुआत

बलराम शर्मा

मेराल: प्रसिद्ध मां शायर देवी धाम का पांचवा वार्षिक महोत्सव के तीसरे दिन जय बजरंग ड्रामा पार्टी पूर्वारा टोला के स्थानीय कलाकारों द्वारा "राजा परीक्षित उर्फ कलयुग का अत्याचार" का रोचक मंचन कर दर्शकों को काफी प्रभावित किया। सचित्र मंचन में दिखाया गया कि भगवान श्री कृष्ण के बैकुंठ चले जाने के बाद धर्मराज युधिष्ठिर अपने पौत्र परीक्षित को राजपाट सौंप कर अपने चारों भाइयों एवं माता कुंती के साथ वन में तपस्या करने चले गए।

इसके बाद कलयुग का आगमन और उसका अत्याचार की कहानी दिखाई गई। नाटक प्रस्तुति में डायरेक्टर की भूमिका डॉ लालमोहन एवं उनके सहयोगी के रूप में अरविंद मेहता के निर्देशन में रंजीत कुमार ने भगवान श्री कृष्णा, चंदेश्वर मेहता ने धर्मराज युधिष्ठिर, श्यामलाल मेहता ने राजा परीक्षित, राम जी कुशवाहा ने कलयुग, श्रवण मेहता ने माता कुंती, श्रवण बैठा ने शनि देव तथा सहयोगी के रूप में कृष्णा राम विंध्याचल जितेंद्र आदि ने शानदार अभिनय कर दर्शकों को खूब मनोरंजन कराया।

देवी धाम संचालन समिति के अध्यक्ष संजय भगत ने समस्त कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से कार्यकारी अध्यक्ष विजय प्रसाद गुप्ता, मुख्य संरक्षक प्रेमचंद प्रसाद, मुखिया राम सागर महतो, कृष्ण प्रसाद कुशवाहा, रविंद्र प्रसाद, मनोज जायसवाल, महेंद्र प्रसाद, बलराम कृष्ण शर्मा, प्रमोद महाजन, धनंजय चौधरी, विनोद कुमार कुशवाहा सहित सैकड़ो की संख्या में दर्शन शामिल थे।